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MERI KAHANI

Friday, September 10, 2010

WO YUN HUMSE / वो यूँ हमसे

दिल रोती रही लब मुस्कुराते रहे...
वो यूँ हमसे अपना गम छुपाते रहे
मैंने गमो को अल इस वेल कहा
और वो "यू वेल्काम" कह सिने लगते रहे

कैसे लगादु इलज़ाम उनके वफ़ा पे
वो मेरे खातिर इल्जामे "बेवफा" उठाते रहे
मेरे ख्वाहिशो को अब लुट जाने दो
वो मेरे खातिर अपने ख्वाबो को जलाते रहे


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