जिंदगी के रास्ते में बहुत अजूबे मिलते ...जिनके बारे में हम जितना राय कायम करे वो सब गलत...क्योकि हमारा विचार उनके विचारो के आकाशगंगा तक नहीं पहुँच पाता ..उन महापुरुषों में सिर्फ इतना होता है " जो हम कर रहे है वो सही है..होना भी चाहिए जिंदगी का एक तजुर्बा होता है उनके पास...जो भी हो..सही आप जितना भी ठहरालो अपने आप को परन्तु इतना तो जरूर है शमशान में घर बनाओगे तो भूत का डर तो रहेगा हीं.......
(शंकर शाह)
nice
ReplyDeleteबहुत सही
ReplyDeleteSukriya Madhav Ji.....:)
ReplyDeleteSukriya Udan Tashtari Ji.....:)