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MERI KAHANI

Wednesday, June 23, 2010

Chand Taro Ke Avishkar / चाँद तारो के अविष्कार

इतिहास पढ़ पढ़ कर पोंगा पंडित बन तो गया..पर आज का गवाह बनना चाहा नहीं..बुढा पीपल कहता तो है "शांत,शीतल,निर्मल बनो" पर ए/सी पंखे के निचे उकसा महत्व है सही ..चाँद तारो के अविष्कार में उलझा रहा..मै क्यों हूँ पता नहीं...बंद घर में जो भी करले घुटन तो होगा..तो चलो लगा ले चौपाल अपने आत्मा के निचे और सुनादे एक फैसला उसके हक में...पता ना कल होगा भी या नहीं......



(शंकर शाह)

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